मंकी पॉक्स वायरस क्या है,कैसे फैलता है,इससे कैसे बचे।
संक्षिप्त विवरण :-MPOX (मंकी पॉक्स वायरस लगभग 116 देशो में फैल चूका है ,क्या भारत में भी इससे खतरा हो सकता है या नहीं इसके बारे में एक्सपर्ट क्या कहते है आज विस्तार से जानेगे इससे बचने के उपाय,इसके लक्षण ,और इलाज के बारे में अच्छी तरह से समझेंगे।विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)ने मंकी पॉक्स नाम बदलकर २०२२ में MPOX रख दिया।अभी हल में ही WHO के द्वारा ग्लोबल हेल्थ एमर्जेन्सी की घोषणा कर दी गयी है। इस प्रकार की घोषणा तब की जाती है ,जब कोई महामारी तेजी से फैल रही हो और लगातार कई देश उसकी चपेट में आ रही हो और लगातार मामले बढ़ते जा रहे हो।
सबसे पहले मंकी पॉक्स वायरस (MPOX )कहा देखा गया :-
सबसे पहले मंकी पॉक्स बीमारी 1958 में डेनमार्क में रिसर्च के दौरान दो बंदरो में चेचक जैसी बीमारी के लक्षण समाने आए थे।इसलिए इस बीमारी का नाम मंकी पॉक्स दिया गया। उसके बाद ये बीमारी धीरे-धीरे इंसानो में भी देखने को मिला। सबसे पहले इंसानो में ये बीमारी 1970 में कॉन्गो में एक 9 साल के बच्चे में पाया गया। और आम तौर पर ये बीमारी रोडेन्ट्स यानि चूहा ,गिलहरी ,और नर बंदरो से फैलती है।
MPOX कैसे फैलता है :-
मंकी पॉक्स वायरस फैलने के कई कारण बताये जा रहे है लेकिन इसमें कुछ कारण सही भी साबित हो रहे है। MPOX वायरस सबसे ज्यादा संक्रमित जानवर या इंसान जो इस बीमारी से संक्रमित है,इसके साथ निकटम सम्पर्क बनाये रखने से। और लोगो के साथ फिजिकल या सेक्सुयल दोनों तरीको से यह MPOX वायरस फैल सकता है। इनके फैलने के कुछ और भी कारण है। मंकी पॉक्स वायरस ज्यादा तर गंदे चीजों से फैल रही है। जैसे गंदे कपड़े ,तौलिया ,बिस्तर ,बर्तन ,माँ से बच्चो में एक दूसेरे के सम्पर्क में आने से।

मंकी पॉक्स वायरस के लक्षण क्या है :-
मंकी पॉक्स वायरस (MPOX )के कुछ ऐसे लक्षण होते है, जो आप आसनी से पता लगा सकते है,कि आप के घर परिवार में कोई सदस्य इस बीमारी से पीड़ित या नहीं। मंकी पॉक्स वायरस के लक्षण बुखार और चेचक के लक्षण जैसे ही व्यवहार करते है ,लेकिन मंकी पॉक्स बीमारी में कुछ और लक्षण देखने को मिलती है और उन लक्षणो को देखा कर ही हम समझ सकते है ,कि हम मंकी पॉक्स वारयस से पीड़ित है या नहीं।
मंकी पॉक्स वायरस से संक्रमित व्यक्ति को सबसे पहले बुखार कभी तेज होता है ,सिर में तेज दर्द होगा ,पीठ में भी अधिक दर्द होगा ,मवाद वाले पिम्पल होने लगेगा ,खाने को निगलने में दिक्क्त बहुत ज्यादा होगा और कमजोरी महसूस होगा। और बॉडी में लाल चकत्ते और बड़े दाने पड़ने लगेंगे।और खुजलहट होने लगती है , ये सब लक्षण अगर आप को एक साथ देखने को मिल रहा है या बारी -बारी से तो आपको अपने डॉक्टर से सम्पर्क करना बहुत जरूरी होता है। या नजदीकी स्वस्थ्य केन्द्र पर तुरंत सम्पर्क करके इस वायरस से बचा जा सकता है।

मंकी पॉक्स वायरस (MPOX)से कैसे बचाव करे :-
- मंकी पॉक्स वायरस से संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में कभी भी नहीं आना चाहिए इससे आपको को भी MPOX वायरस से संक्रमित हो सकते है। इस महामारी से बचने के लिए आप को मंकी पॉक्स वायरस से संक्रमित व्यक्ति से कुछ दुरी बनाये रखना चाहिए।
- अपने चेहरे पर मास्क का उपयोग करे। जिससे आप इस वायरस से बचे रहे और अपने परिवार को भी बचाये रखे।
- मंकी पॉक्स वायरस से बचने के लिए आपको वैक्सीन लगवाना चाहिए अभी बाजार में ऐसी कोई वैक्सीन नहीं आई है जो आपको लगवाना चाहिए। लेकिन चेचक जैसी बीमारी के लिए जो दवाइया और इंजेक्शन यूज में लायी जाती है उसका प्रयोग हम इस बीमारी में कर सकते है। कभी हद तक ये दवाईया काम कर रही है। लेकिन बिना किसी डॉक्टर की सलाह लिए बिना आप इसका यूज नहीं कर सकते।
F&Q
Ques1:-WHO का पूरा नाम क्या है?
WHO का पूरा नाम (विश्व स्वस्थ संगठन World Health Organization))है जो स्वस्थ से जुडी हर प्रकार की देख रेख करती है।
Ques2:-WHO का मुख्य कार्य क्या है ?
WHO विश्व स्वस्थ्य संगठन का मुख्य कार्य होता है हमारे देश में किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी राष्टीय अंतराष्टीय स्तर पर महामारी से बचने और उन महामारी से लड़ने के लिए तैयार रहना।
Ques3:-WHO का पुराना नाम क्या था?
WHO का पुराना नाम सत्र 23 जून 1851 में अंतराष्ट्रीय स्वच्छता सम्मेलन था।
Ques4:-WHO का मुख्यलाय कहा स्थित है
WHO (विश्व स्वस्थ्य संगठन )का मुख्यलय जनेवा ,स्विजरलैंड में स्थित है।
डिस्क्लेमर:- यह ब्लॉग आपके सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है ,इसमें बताये गए जानकारी के अनुसार कोई उपचार करने से पहले अपने नजदीकी स्वस्थ्य केंद्र पर या अपने डॉक्टर से सम्पर्क जरूर करे।अपने डॉक्टर के बातये गए अनुसार इलाज करना ज्यादा लाभदायक होता है।
धन्यवाद। ……
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