मसूड़ों से खून आने के कारण और इलाज आइये जानते है,मसूड़ों से खून आना एक सामान्य समस्या हो सकती है, लेकिन इसे नजरअंदाज करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। यह समस्या हल्के से लेकर गंभीर रूप तक हो सकती है। और इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। आइए जानते हैं मसूड़ों से खून आने के मुख्य कारण और इसके इलाज के तरीके।
मसूड़ों से खून आने के मुख्य कारण क्या है।
मसूड़ों से खून आना एक आम समस्या है, जो अक्सर मसूड़ों की खराब देखभाल, पायरिया, या पोषण की कमी के कारण होती है। इसका मुख्य कारण मसूड़ों में सूजन और प्लाक या टार्टर का जमाव है, जो दांतों की सफाई में लापरवाही से होता है। विटामिन C और K की कमी, हार्मोनल बदलाव, या कुछ बीमारियां जैसे डायबिटीज भी इस समस्या को बढ़ा सकती हैं। सख्त ब्रश करने, तंबाकू के सेवन, और दांतों की सफाई में अनियमितता से मसूड़े कमजोर हो जाते हैं, जिससे खून आ सकता है।इसके आलावा जो लोग दातो को बार बार किसी नुकीले चीज से खोदते रहते है। ऐसे में भी मसूड़ों से खून आ सकता है।अगर आप के भी मसूड़ों से कभी कभी थोड़ा भी खून आता है,तो यही कारण जिम्मेदार हो सकता है।
मसूड़ों से खून आने के कारण और इलाज
मसूड़ों से खून बहना आमतौर पर मसूड़ों की समस्या या मुंह की सफाई में कमी के कारण हो सकता है। इसे रोकने के लिए सबसे पहले अपने मुंह की स्वच्छता पर ध्यान दें। रोज़ाना दिन में दो बार नरम ब्रश का उपयोग करते हुए दांतों और मसूड़ों को सही तरीके से साफ करें। माउथवॉश का उपयोग करें जो बैक्टीरिया को कम करने में मदद करता है। अपने खाने में विटामिन C और कैल्शियम से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल करें, क्योंकि ये मसूड़ों को मजबूत बनाते हैं। अगर समस्या बनी रहती है, तो जल्द से जल्द डेंटिस्ट से परामर्श लें। नियमित दंत चेकअप से भी ऐसी समस्याओं को समय पर रोका जा सकता है।
मसूड़ों से खून बहना रोकने के लिए आयुर्वेदिक उपचार।
मसूड़ों से खून बहने की समस्या को रोकने के लिए आयुर्वेदिक उपचार अत्यंत प्रभावी हो सकते हैं। नियमित रूप से नीम की दातून का उपयोग मसूड़ों को मजबूत बनाने और बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद करता है। त्रिफला का गुनगुने पानी में मुँह धोने के लिए उपयोग करने से मसूड़ों में सूजन और संक्रमण कम होता है।
सरसों के तेल में थोड़ा सा सेंधा नमक मिलाकर मसूड़ों पर हल्की मालिश करने से रक्तस्राव रुक सकता है और मसूड़ों की सेहत बेहतर होती है। इसके अलावा, हल्दी और लौंग का पाउडर मिलाकर बनाए गए पेस्ट को मसूड़ों पर लगाने से सूजन और दर्द में राहत मिलती है। संतुलित आहार और विटामिन सी युक्त फलों का सेवन भी मसूड़ों की समस्याओं को दूर करने में सहायक होता है।
मसूड़ों से खून आने का मुख्य कारण विटामिन सी और के की कमी हो सकती है, जो मसूड़ों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। अनियमित खानपान, धूम्रपान, और हार्मोनल बदलाव भी इस समस्या को बढ़ा सकते हैं। यदि यह समस्या लंबे समय तक बनी रहती है, तो यह पीरियडोंटाइटिस जैसी गंभीर स्थिति का संकेत हो सकती है, जिसके लिए चिकित्सकीय परामर्श लेना जरूरी है। मसूड़ों के स्वास्थ्य को सुधारने के लिए संतुलित आहार, अच्छी मौखिक स्वच्छता और समय-समय पर डेंटिस्ट से सलाह लेना आवश्यक है।
मसूड़ों की सूजन का इलाज।
अगर मसूड़ों के खून के साथ -साथ मसूड़ों में सूजन भी है तो इसके लिए आपको हमारे बताये गए आयुर्वेदिक इलाज से इन दोनों समस्या से छुटकारा पा सकते है। तो आइये जानते है। मसूड़ों की सूजन (Gingivitis) एक आम समस्या है जो मुंह की साफ-सफाई में कमी, बैक्टीरिया के संक्रमण, या पोषण की कमी के कारण हो सकती है। समय पर ध्यान न देने पर यह समस्या गंभीर रूप ले सकती है। यहां हम आपको मसूड़ों की सूजन का इलाज और उससे बचने के आसान उपाय बता रहे हैं।
मसूड़ों की सूजन के लक्षण।
- मसूड़ों का लाल या सूज जाना।
- ब्रश करते समय खून आना।
- मुंह में दुर्गंध या स्वाद खराब होना।
- मसूड़ों में दर्द या संवेदनशीलता।
मसूड़ों की सूजन का घरेलू इलाज
1. नमक-पानी का गरारा
नमक में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो संक्रमण को कम करने में मदद करते हैं।
- एक गिलास गुनगुने पानी में आधा चम्मच नमक मिलाएं।
- इस घोल से दिन में 2-3 बार गरारे करें।
2. हल्दी का पेस्ट
हल्दी में एंटीसेप्टिक और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।
- हल्दी पाउडर में कुछ बूंदें पानी या नारियल तेल मिलाकर पेस्ट बनाएं।
- इसे मसूड़ों पर लगाकर 10 मिनट तक छोड़ दें और फिर धो लें।
3. एलोवेरा जेल
एलोवेरा मसूड़ों की सूजन को कम करने और उन्हें ठंडक देने में मदद करता है।
- ताजे एलोवेरा जेल को सीधे मसूड़ों पर लगाएं।
- 5-10 मिनट बाद पानी से कुल्ला करें।
4. लौंग का तेल
लौंग का तेल दर्द और सूजन के लिए बहुत फायदेमंद है।
- एक रुई पर लौंग का तेल लगाएं और मसूड़ों पर हल्के से लगाएं।
- इसे दिन में 1-2 बार दोहराएं।
मसूड़ों की सूजन से बचने के उपाय।
- दैनिक ब्रशिंग और फ्लॉसिंग: दिन में दो बार ब्रश करें और फ्लॉस का इस्तेमाल करें।
- संतुलित आहार: विटामिन C और D युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
- पानी पिएं: भोजन के बाद पानी पिएं, ताकि बैक्टीरिया ना बढ़े।
- धूम्रपान से बचें: तंबाकू उत्पादों से परहेज करें।
- डेंटिस्ट से रेगुलर चेकअप: हर 6 महीने में डेंटिस्ट से मिलें।
कब डॉक्टर से संपर्क करे।
यदि मसूड़ों से खून आना लगातार जारी रहे, सूजन या दर्द अधिक हो, या दांत हिलने लगें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। यह किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है।
निष्कर्ष:- मसूड़ों से खून आना एक सामान्य लेकिन अनदेखा न करने वाली समस्या है। सही देखभाल और समय पर इलाज से इसे रोका जा सकता है। स्वस्थ दांत और मसूड़े न केवल आपकी मुस्कान को खूबसूरत बनाते हैं, बल्कि आपके समग्र स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाते हैं।
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