पैर का मोच ठीक करने का सबसे आसान तरीका। मोच आ जाने के कारण हमारा उठना बैठना चलना इत्यादि बहुत मुश्किल हो जाता है। ऐसा में हमें सिर्फ एक चीज नजर आती है की कैसे इसको ठीक किये जाये। इसको ठीक करने के लिए या तो डॉक्टर की सहायता लेनी पड़ती है या किसी ये आदमी की जो ऐसे मोच आने पर उसको मसाज कर ठीक कर देता हो। लेकिन आप भी ये सोचते होंगे की ये कैसे मोच वाली जगह पर मसाज कर ठीक कर देते है। तो चलिए आपको स्टेप बाई स्टेप बताता हूँ। ताकि आप भी घर बैठे मोच को ठीक कर सके।
मोच आने का कारण क्या है।
मोच (sprain) आमतौर पर शरीर के किसी जोड़ (जैसे टखना, घुटना, कलाई आदि) में अचानक खिंचाव या चोट लगने के कारण होती है। इसमें जोड़ के आसपास की मांसपेशियां, लिगामेंट्स (ligaments), या टिशूज क्षतिग्रस्त हो जाते हैं। मोच आने के कई कारण हो सकते है।लेकिन कुछ सामान्य कारण है। ज्यादातर इन्ही कारण से मोच आता है।
- दौड़ते समय अचानक पैर का मुड़ जाना।
- गिरने पर शरीर के जोड़ का असामान्य रूप से मुड़ना।
- भारी वजन उठाते समय गलत तरीके से शरीर का दबाव पड़ना।
- ऊंची एड़ी के जूते पहनना।
- सतह पर फिसलन या असमतल जगह पर चलना।
- खेलते समय शरीर पर अत्यधिक दबाव पड़ना।
- बिना वार्म-अप के व्यायाम शुरू करना।
- दुर्घटना या गिरने से।
- पुराने चोटों के कारण जोड़ों का कमजोर होना।
मोच कितने प्रकार के होते है।
सबसे पहले आपको ये समझना बहुत जरूरी है ,कि मोच कितने प्रकार का होता है। अगर आप ये समझ गए तो आप ये पता लगा सकेंगे की कौन सी मोच है और इसको किस प्रकार से ठीक कर सकते है। मोच (Sprain) मुख्यतः तीन प्रकार की होती है, जो इस बात पर निर्भर करती है कि चोट कितनी गंभीर है और किस स्तर तक मांसपेशियों को नुकसान पहुंचा है।
