आँख के पलक पर गांठ एक छोटी सी सूजन होती है, जिसे आमतौर पर स्टाई (अंजनहारी) या कैलाजियन कहा जाता है।आँख पर गांठ यह तब बनती है,जब आँखो के किनारे या पलकों में बिलनी हो जाती है और उसके कारण मौजूद तेल ग्रंथियांअवरुद्ध हो जाती हैं।
लाल गठ, दर्दनाक और कभी-कभी पस से भरी हो सकती है। हालांकि यह आमतौर पर हानिरहित होती है। और कुछ दिनों में ठीक हो जाती है, लेकिन घरेलू उपचार और उचित देखभाल से इसे जल्दी ठीक किया जा सकता है।
आँख के पलक पर गांठ बनाने का क्या
अगर आपकी आँख के पलक में गांठ है, तो इसका क्या मतलब है।
यदि आपकी आँख के पलक पर गांठ है, तो इसका मतलब यह हो सकता है कि आपको स्टाई (आंख की सूजन) या कैलाजियन (तेल ग्रंथि की रुकावट) हो सकती है। स्टाई एक दर्दनाक संक्रमण है जो आमतौर पर बैक्टीरिया से होता है, जबकि कैलाजियन आमतौर पर दर्द रहित होता है।
और लंबे समय तक रह सकता है। ये गांठें आमतौर पर गंभीर नहीं होतीं।ये गांठे समय के साथ ठीक हो जाती है,लेकिन कभी -कभी समय के साथ बढ़ने भी लगता है। ये गांठें आमतौर पर गंभीर नहीं होतीं और घरेलू उपचार से ठीक हो सकती हैं, लेकिन यदि दर्द बढ़े या गांठ समय के साथ बड़ी हो, तो डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
आँख के पलक पर गांठ बनने के कारण
आँख के पलक पर गांठ बनने के कारण :-Causes of lump formation on eyelid.
आंख की पलक पर गांठ बनने के कई कारण हो सकते हैं। सबसे आम कारणों में से एक स्टाई (आंख की सूजन) है, जो पलकों की तेल ग्रंथियों में बैक्टीरियल संक्रमण के कारण होती है। यह संक्रमण अक्सर पलकों को बार-बार छूने या साफ न रखने से होता है। इसके अलावा, कैलाजियन (बिलनी )भी एक सामान्य कारण है।
जो तब होता है जब पलक की तेल ग्रंथियों में रुकावट आ जाती है, जिससे ग्रंथि में सूजन और गांठ बन जाती है। कैलाजियन आमतौर पर दर्दरहित होता है, जबकि स्टाई दर्दनाक हो सकता है। अन्य कारणों में एलर्जी, पलकों की साफ-सफाई की कमी, आंखों में गंदगी या मेकअप के रसायन के कारण जलन इत्यादि शामिल हैं।
आँख के पलक पर गांठ की पहचान कैसे करे।How to identify a lump on the eyelid.
आंख की पलक पर गांठ को पहचानना काफी आसान होता है। शुरुआत में पलक पर एक छोटी सी सूजन या उभार दिखाई देता है, जो दर्द, लालिमा और खुजली के साथ हो सकता है। यदि यह स्टाई (आंख की सूजन) है, तो गांठ में दर्द और छूने पर संवेदनशीलता हो सकती है। और कभी-कभी मवाद भी बनने लगता है। वहीं, कैलाजियन के मामले में, गांठ दर्द रहित होती है। लेकिन समय के साथ बड़ी हो सकती है।
आंख की पलक भारी महसूस हो सकती है और प्रभावित क्षेत्र के आसपास सूजन हो सकती है। स्टाई में अक्सर गांठ के पास एक पिपंपीली टिप दिखती है। जबकि कैलाजियन में यह स्पष्ट नहीं होता। यदि गांठ समय के साथ बढ़ती है या उसमें दर्द बढ़ता है, तो यह अधिक गंभीर स्थिति का संकेत हो सकता है। ऐसे स्थिति अपने नजदीकी स्वस्थ केंद्र में जाकर डॉक्टर से परामर्श लेना जरुरी होता है।
आँख के पलक पर गांठ के लिए प्राकृतिक घरेलू उपचार अक्सर प्रभावी हो सकते हैं। यहां कुछ आसान और सुरक्षित घरेलू उपचार दिए गए है।
गर्म सिंकाई: सबसे प्रभावी उपाय है गर्म पानी में कपड़ा भिगोकर उसे हल्के हाथों से प्रभावित पलक पर 10-15 मिनट तक लगाएं। यह तेल ग्रंथियों को खोलने में मदद करता है और गांठ को ठीक करता है। दिन में 3-4 बार ऐसा करें।ऐसे करने से 2 दिन में आँख के पलक पर से गांठ ठीक हो जायेगा।
हल्दी: हल्दी में एंटीसेप्टिक और सूजन-रोधी गुण होते हैं। एक चम्मच हल्दी को पानी में मिलाकर पेस्ट बनाएं और उसे प्रभावित स्थान पर धीरे से लगाएं। इसे कुछ मिनट तक रहने दें और फिर गुनगुने पानी से धो लें।इससे आँख की सूजन को कम करने में बहुत अहम भूमिका निभता है।
एलोवेरा जेल: एलोवेरा में सूजन कम करने वाले और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। ताजे एलोवेरा जेल को प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं। इससे दर्द और सूजन में बहुत आराम मिलता है।
ग्रीन टी बैग: उपयोग किए गए ग्रीन टी बैग को ठंडा कर लें और फिर इसे प्रभावित आंख पर कुछ मिनट तक रखें। ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट और सूजन-रोधी गुण होते हैं, जो गांठ को ठीक करने में मदद करते हैं।
आम पत्ती का पेस्ट: आम की ताजा पत्तियों का पेस्ट बनाकर गांठ पर लगाने से सूजन कम होती है और राहत मिलती है।
लहसुन का रस: लहसुन में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। एक कली लहसुन को पीसकर रस निकालें और उसे सावधानी से पलक के बाहरी हिस्से पर लगाएं।इससे आपके आँख के पलक पर से गांठ बहुत जल्दी ठीक हो जायेगा। ध्यान रखें कि लहसुन आंख में न जाए, क्योंकि इससे जलन हो सकती है।
नमक के पानी से धोना: हल्के गर्म नमक के पानी से आंखों को धोने से भी बैक्टीरिया से छुटकारा मिलता है और संक्रमण कम होता है।
इन घरेलू उपचारों से आँख के पलक पर बनी गांठ को ठीक करने में मदद मिल सकती है, लेकिन यदि गांठ गंभीर हो या समय के साथ ठीक न हो, तो डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है।
आँख के पलक पर गांठ बढ़ाने से कैसे रोके
आँख के पलक पर गांठ को बढ़ने से कैसे रोके।How to prevent lump from growing on the eyelid?.
आँख के पलक पर गांठ बनने से रोकने के लिए कुछ सावधानियां और स्वच्छता उपायों का पालन करना जरूरी है। सबसे पहले, आंखों को बार-बार छूने से बचें, क्योंकि गंदे हाथों से बैक्टीरिया पलकों पर जा सकते है और संक्रमण फैला सकते है। पलकों की नियमित सफाई करें, विशेषकर रात में सोने से पहले आंखों का मेकअप पूरी तरह से हटा लें।
यदि आपकी त्वचा तैलीय है, तो पलकों के आसपास की त्वचा को साफ और सूखा रखने का प्रयास करें। गर्म पानी में साफ कपड़ा भिगोकर हल्की सिंकाई करने से तेल ग्रंथियों के रुकावट का खतरा कम हो सकता है। साथ ही, अपने चेहरे को नियमित रूप से धोएं और आंखों के आस-पास गंदगी या रसायन जमा न होने दें।
यदि आप कॉन्टैक्ट लेंस का उपयोग करते हैं, तो उन्हें हमेशा साफ रखें। यदि किसी को स्टाई या कैलाजियन की समस्या पहले से हो चुकी है, तो डॉक्टर से नियमित जांच कराना और उनके बताए दिशा-निर्देशों का पालन करना भी जरूरी है।
आँख के पलक पर गांठ का होम्योपैथिक इलाज
आँख के पलक पर गांठ का होम्योपैथिक इलाज।Homeopathic treatment for lump on eyelid.
आँख के पलक पर गांठ के लिए होम्योपैथिक उपचार सुरक्षित और प्रभावी विकल्प हो सकता है। होम्योपैथी शरीर की प्राकृतिक उपचार प्रक्रियाओं को प्रोत्साहित करने पर ध्यान केंद्रित करती है। स्टाई या कैलाजियन जैसी स्थितियों के लिए कुछ सामान्य होम्योपैथिक दवा की जानकारी दी जा रही है। जो ऐसी स्थिति में बहुत ही फायदेमंद होती है।
स्टैफिसेग्रिया (Staphysagria)
स्टैफिसेग्रिया (Staphysagria)अगर आंख की पलक पर बार-बार स्टाई (गांठ)हो रही है या सूजन हो रही है, तो यह दवा उपयोगी हो सकती है।
हेपर सल्फ (Hepar Sulph)
हेपर सल्फ (Hepar Sulph)इस दवा का उपयोग तब किया जाता है जब गांठ में मवाद भर जाता है और दर्द के साथ संवेदनशीलता होती है।
पल्सेटिला (Pulsatilla)
पल्सेटिला (Pulsatilla) जब आंख की सूजन में लालिमा और खुजली हो, तो यह दवा राहत दे सकती है।
सिलिशिया (Silicea)
सिलिशिया (Silicea) यह दवा पुरानी या बार-बार होने वाली गांठों को ठीक करने में मदद कर सकती है।
एपिस मेल (Apis Mel)
एपिस मेल (Apis Mel) यह सूजन, जलन और लालिमा से राहत देने के लिए उपयोग की जाती है। होम्योपैथिक दवाएं व्यक्ति की संपूर्ण स्थिति और लक्षणों के आधार पर दी जाती है, इसलिए एक योग्य होम्योपैथिक चिकित्सक से परामर्श करना आवश्यक है।
आँख के पलक पर गांठ का इलाज
आँख के पलक पर गांठ का इलाज। Treatment of lump on eyelid.
पलक पर गांठ आमतौर पर एक सामान्य स्थिति होती है। जिसे (बिलनी) स्टाई या शलाज़ियन कहा जाता है। इसका कारण संक्रमण, ब्लॉकेज या सूजन हो सकता है। इसके इलाज के लिए निम्नलिखित तरीकों का उपयोग किया जा सकता है।
गर्म सेंक: एक साफ कपड़े को गर्म पानी में भिगोकर दिन में 3-4 बार, 5-10 मिनट तक पलक पर लगाएं। इससे गांठ को आराम मिलता है और सूजन कम होती है।और गांठ बढ़ने से रोकने में भी मदद मिलती है।
स्वच्छता का ध्यान: पलक और आंखों को साफ और सूखा रखें। गंदे हाथों से आंखों को छूने से बचें। चेहरे और हाथ धोने के बाद ही आंखों को छुएं।
आई ड्रॉप्स या मरहम: डॉक्टर की सलाह पर एंटीबायोटिक आई ड्रॉप्स या मरहम का उपयोग किया जा सकता है, खासकर अगर संक्रमण का संदेह हो।
मालिश: धीरे-धीरे पलक पर हल्का गर्म राई के तेल को उंगली से मालिश करने से ब्लॉकेज साफ हो सकता है। और गांठ तेजी से ठीक हो सकती है।
दर्द निवारक दवाएं: दर्द और सूजन को कम करने के लिए पेरासिटामोल या इबुप्रोफेन जैसी ओवर-द-काउंटर दवाएं ली जा सकती हैं।
सर्जरी: यदि गांठ बड़े आकार की हो या लंबे समय तक बनी रहे, तो डॉक्टर छोटे सर्जिकल हस्तक्षेप के द्वारा इसे निकाल सकते हैं।
एलर्जी से बचें: अगर आपको एलर्जी की समस्या है तो इसके कारण भी पलक पर सूजन या गांठ हो सकती है। एलर्जी के स्रोतों से बचना और डॉक्टर की सलाह पर एंटीहिस्टामाइन का उपयोग करना लाभकारी हो सकता है।
समय पर उपचार और उचित देखभाल से पलक पर गांठ ठीक हो जाती है। यदि स्थिति में सुधार नहीं होता है, तो डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक है।
आँख के पलक पर गांठ होने के बाद क्या करे क्या न करे
आँख के पलक पर गांठ बनने के बाद क्या करे क्या न करे। What to do and what not to do after a lump forms on the eyelid.
क्या करें (What to do).
गरम सेंक करें (Warm compress):- दिन में 3-4 बार हल्के गरम पानी से सेंक करें। इससे गांठ का दर्द और सूजन कम हो सकती है और यह जल्दी ठीक हो सकती है।
साफ-सफाई बनाए रखें (Maintain hygiene):- अपने हाथों को धोएं और आंखों को छूने से पहले हमेशा साफ रखें। आंखों की सफाई का ध्यान रखें ताकि संक्रमण न हो।
सौम्य क्लीनर का उपयोग करें (Use a gentle cleanser):- डॉक्टर द्वारा अनुशंसित सौम्य क्लीनर या बेबी शैम्पू का उपयोग करके पलकों को धीरे से साफ करें।
आंखों को आराम दें (Give your eyes rest):- लंबे समय तक स्क्रीन देखने से बचें और पर्याप्त नींद लें ताकि आंखों को आराम मिले।
डॉक्टर से परामर्श करें (Consult a doctor):- अगर गांठ 1-2 सप्ताह में ठीक नहीं होती है या बढ़ने लगती है, तो एक नेत्र विशेषज्ञ से संपर्क करें। कभी-कभी गांठ से जुड़ी गंभीर स्थिति हो सकती है, जिसे चिकित्सकीय ध्यान की आवश्यकता हो।
क्या न करें (What not to do).
गांठ को न दबाएं या न फोड़ें (Don’t squeeze or pop the lump):- इससे संक्रमण फैल सकता है और समस्या और भी बढ़ सकती है। गांठ को खुद ठीक होने दें।
आंखों में किसी प्रकार का ब्यूटी प्रोडक्ट न लगाएं (Avoid using makeup or beauty products):- जब तक गांठ पूरी तरह से ठीक न हो जाए, आंखों पर मेकअप या काजल न लगाएं क्योंकि इससे संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।
गंदे हाथों से आंखों को न छुएं (Don’t touch your eyes with dirty hands):- यह संक्रमण को बढ़ावा दे सकता है और स्थिति को खराब कर सकता है।
कॉन्टैक्ट लेंस का उपयोग न करें (Avoid using contact lenses):- जब तक गांठ ठीक न हो जाए, कॉन्टैक्ट लेंस का उपयोग न करें। इससे आंखों में और भी अधिक जलन हो सकती है।
घरेलू उपचारों पर अधिक भरोसा न करें (Don’t rely too much on home remedies):- अगर गांठ बड़ी हो रही है या दर्द बढ़ रहा है, तो घरेलू उपचार के बजाय डॉक्टर से सही परामर्श लें।
इन सावधानियों का पालन करने से पलक पर बनी गांठ जल्दी और सुरक्षित रूप से ठीक हो सकती है।
आँख के पलक पर गांठ होने के बाद डॉक्टर की सलाह कब ले
डॉक्टर से कब सलाह ले गंभीर मामलों के लिए संकेत। Indications for serious cases when to consult a doctor.
आँख के पलक पर गांठ कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ्तों में अपने आप ठीक हो जाती है। हालांकि, कुछ मामलों में यह गंभीर हो सकती है और डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक हो जाता है।ऐसे 10 स्थितियों में आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
गांठ का आकार बढ़ना:-
यदि पलक पर मौजूद गांठ धीरे-धीरे बड़ी होती जा रही है, या यह तेजी से फैलने लगी है, तो यह संकेत हो सकता है कि कुछ गंभीर हो सकता है।
2. गंभीर दर्द:-
यदि आपको गांठ के आसपास अत्यधिक दर्द महसूस हो रहा है, और यह दर्द समय के साथ कम नहीं हो रहा है, तो यह संक्रमण का संकेत हो सकता है।
3. लालिमा और सूजन:-
यदि पलक और आसपास की त्वचा में लालिमा, सूजन और गर्माहट महसूस हो रही है, तो यह बैक्टीरियल संक्रमण (सेल्युलाइटिस) का संकेत हो सकता है, जिसे एंटीबायोटिक्स की आवश्यकता हो सकती है।
4. दृष्टि में समस्या:-
अगर गांठ आपकी दृष्टि को प्रभावित कर रही है, जैसे धुंधला दिखना या देखने में कठिनाई हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
5. लंबे समय तक बने रहना:-
अगर गांठ 2-3 हफ्तों के बाद भी ठीक नहीं हो रही है या बार-बार वापस आ रही है, तो यह गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है।
6. स्राव (पस या मवाद):
यदि गांठ से पस या मवाद निकल रहा है, या वहां पर गंदगी (डिस्चार्ज) बन रही है, तो संक्रमण होने की संभावना अधिक है। ऐसी स्थिति में डॉक्टर से जल्द से जल्द सलाह लें।
7. पूरे शरीर में लक्षण:
अगर आपको बुखार, थकान या पूरे शरीर में अन्य लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो यह संकेत हो सकता है कि संक्रमण फैल चुका है, और चिकित्सा उपचार की आवश्यकता हो सकती है।
8. मधुमेह या प्रतिरक्षा प्रणाली की कमजोरी:
अगर आपको मधुमेह है या आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर है (जैसे कि किसी अन्य बीमारी के कारण), तो आंख की किसी भी गांठ को अनदेखा नहीं करना चाहिए और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
9. गांठ का रंग बदलना:
अगर गांठ का रंग गहरा हो रहा है या अजीब ढंग से बदल रहा है, तो यह कैंसर जैसे गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। ऐसी स्थिति में तुरंत जांच करवाना जरूरी है।
10. अन्य आंखों के लक्षण:
यदि आपकी आंखों में अत्यधिक खुजली, जलन, पानी आना, या रोशनी के प्रति संवेदनशीलता हो रही है, तो यह गंभीर आंख संक्रमण का संकेत हो सकता है और इसके लिए विशेषज्ञ की सलाह लेना जरूरी है।
सुझाव: आंख की किसी भी गांठ को अनदेखा न करें, खासकर अगर यह लंबे समय तक बनी रहती है, या गंभीर लक्षण दिखाती है। किसी भी गंभीरता के संकेत मिलने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें।
F&Q
गांठ को कैसे खत्म किया जा सकता है।
गरम सेंक करें (Warm compress):- दिन में 3-4 बार हल्के गरम पानी से सेंक करें। इससे गांठ का दर्द और सूजन कम हो सकती है और यह जल्दी ठीक हो सकती है।
साफ-सफाई बनाए रखें (Maintain hygiene):- अपने हाथों को धोएं और आंखों को छूने से पहले हमेशा साफ रखें। आंखों की सफाई का ध्यान रखें ताकि संक्रमण न हो।
सौम्य क्लीनर का उपयोग करें (Use a gentle cleanser):- डॉक्टर द्वारा अनुशंसित सौम्य क्लीनर या बेबी शैम्पू का उपयोग करके पलकों को धीरे से साफ करें।
आंखों को आराम दें (Give your eyes rest):- लंबे समय तक स्क्रीन देखने से बचें और पर्याप्त नींद लें ताकि आंखों को आराम मिले।
डॉक्टर से परामर्श करें (Consult a doctor):- अगर गांठ 1-2 सप्ताह में ठीक नहीं होती है या बढ़ने लगती है, तो एक नेत्र विशेषज्ञ से संपर्क करें। कभी-कभी गांठ से जुड़ी गंभीर स्थिति हो सकती है, जिसे चिकित्सकीय ध्यान की आवश्यकता हो।
गुहेरी कितने दिन में ठीक होती है।
आँख के पलक पर गांठ एक छोटी सी सूजन होती है, जिसे आमतौर पर स्टाई (अंजनहारी) या कैलाजियन कहा जाता है।आँख पर गांठ यह तब बनती है,जब आँखो के किनारे या पलकों में बिलनी हो जाती है और उसके कारण मौजूद तेल ग्रंथियांअवरुद्ध हो जाती हैं।
लाल गठ, दर्दनाक और कभी-कभी पस से भरी हो सकती है। हालांकि यह आमतौर पर हानिरहित होती है। और कुछ दिनों में ठीक हो जाती है, लेकिन घरेलू उपचार और उचित देखभाल से इसे जल्दी ठीक किया जा सकता है।
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